Meerabai ke pad pdf

          Meera bai ki padavali ka arth!

          Mirabai ka sahityik parichay

        1. Mirabai ka padavali
        2. Meera bai ki padavali ka arth
        3. Mirabai ki do rachnaen
        4. Mirabai ke jivani
        5. इस लेख में मीरा बाई के पद व दोहे हिन्दी अर्थ सहित (Meera Bai Ke Pad with Meaning in Hindi) शामिल किया गया है। मीराबाई से आज कौन नहीं अवगत होगा अगर प्रेम की बात करें तो उनके जैसा शुद्ध प्रेम की परिभाषा कोई नहीं दे सका है।

          मीराबाई (Mirabai) जी ने सैंकड़ो दोहों और गीतों को रचा है यह लेख उनके सैकड़ों कृतियों में से कुछ Best Meera bai dohe को इस लेख में शामिल किया जा रहा है। हर दोहे के अर्थ को एकदम सरल और आकर्षक ढंग से लिखा गया है।

          आईये जानते हैं – मीरा बाई के पद (Meera Bai Ke Pad)

          मीराबाई द्वारा रचित सर्वश्रेष्ठ पद व दोहे Best Meera Bai Pad and Dohe in Hindi

          1.

          माई री! मै तो लियो गोविन्दो मोल।
          कोई कहे चान, कोई कहे चौड़े, लियो री बजता ढोल।।
          कोई कहै मुन्हंगो, कोई कहे सुहंगो, लियो री तराजू रे तोल।
          कोई कहे कारो, कोई कहे गोरो, लियो री आख्या खोल।।
          याही कुं सब जग जानत हैं, रियो री अमोलक मोल।
          मीराँ कुं प्रभु दरसन दीज्यो, पूरब जन्म का कोल।।

          मीरा बाईके पदका हिन्दी अर्थ

          इस पद में मीरा बाई अपनी सखी से कहती हैं- माई मेने श्री कृष्ण को मोल ले लिया हैं। कोई कहता हैं, अपने प्रियतम को चुप